Page 45 - SREENARAYANAGURU OPEN UNIVERSITY
P. 45
दूसर को संबोधन कर और उ चत तर क स वदा लन क अनुम त मांग |
े
े
े
े
े
इकाई 2: ‘ या’ और ‘कहां’ जोड़कर न पूछना । वा य संरचना समझ और ‘होना’ या का योग
समझ । वहाँ ‘ या ह’ और ‘ या नह ’ क बार म समझना। ‘ यय जैस म , पर, क पास, स दूर और
े
ै
ं
े
े
े
े
न चयवाचक सव नाम जैस य, व, यह, वह का योग कर । वशेषण का योग कर : जैस बड़ा, छोटा,
े
े
े
े
गदा, साफ, थोडा, यादा, कम, बहत आ द।
ं
ु
े
े
इकाई 3: नाम और घरलू व तुओं स प रचय पाना, योजक को समझना और उनका उपयोग करना।
ै
एकवचन/बहवचन ी लंग /पु लंग आ द का योग समझना | द नक दनचया क बार म न पूछ
े
े
ु
ै
ं
े
े
ं
और उ र द । व भ न द नक ग त व धय क सूची बनाए और उ ह समझाए। समय क बार म जान
और स ताह क दन को पहचान ।
े
े
े
इकाई 4:सं ा, सव नाम, वशेषण, लंग आ द क योग समझना। उसक यावहा रक प स े
प रचय पाना। द नक जीवन का अनुभव बॉट ल। नजवाचक सव नाम का योग कर । म स े
ै
ै
े
े
े
द नक काय और उनक ाथ मकताओं क बार म न पूछ और उ र द ।फल और सि जय कनाम
े
समझ और पहचान । भारत क ीय व तुओं को पहचान और नाम द ।
े
इकाई 5: सं ा क साथ याओं का योग समझ ल । “चा हए” या का वशेष योग समझ ल।
े
ँ
ँ
लॉक 2: शुभकामनाए, अ भलाषाए एवं कहानी ।
े
े
े
इकाई 1: प रवार और दो त क साथ क जान वाल ग त व धय क बार म जानकार ा त कर ।
े
े
यि तय , यि त व और उपि थ त क बार म पूछ और उनका वण न कर । इ छाओ और
ं
े
े
ं
े
वर यताओ क बार म पूछ और य त कर । स ताह और मह न क दन को पहचान और उनका
े
उपयोग कर ।
े
े
े
इकाई 2: चाहना क साथ डायर ट इन फ न टव का योग कर । पसंद होना, अ छा लगना क साथ
इन फ न टव का योग कर । नवाचक श द का योग कर : कस, य , कस कार आ द|
े
ै
वशेषण क तुलना मक और अ तशयोि तपूण ड ी का योग कर ।
इकाई 3: पछल घटनाओ क एक ृंखला का वण न कर । कहानी कहन क लए प रचया मक और
ं
े
े
समा त होन वाल पारप रक वा यांश का उपयोग कर । इ क बाद, इसी लए, उ का मतलब, आ द
े
े
े
ं
का उपयोग कर ।
े
इकाई 4: (बाद, इसी क लए, उसका मतलब)। व तुओं पर यान क त करते हए पूण काल का
ु
योग कर । पुि लंग एकवचन का योग कर । कसी भी मलयालम या हंद फ म क कहानी
47