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Co 6: ह द क वताओं क अ ययन स प रि थ त संर ण क आव य ता
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समझता ह । पा रि थ तक शोषण क कारण क ृ त म होनवाल नय प रवत न एव ं
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ाक ृ तक वक ृ तय स क जानकार ा त करता ह ।
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लोक 1 ह द म हला लखन का समा य प रचय
इकाई 1 : ी वमश ः अथ , प रभाषा एव व प
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इकाई 2 : ी वमश क भारतीय अवधारणा
इकाई 3 : ी वमश क पा चा य अवधरणा
इकाई 4 : ह द सा ह य म ी वमश
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लोक 2 : आधु नक ह द ग य सा ह य म ी लखन
इकाई 1 : मुख म हला उप यासकार एव उप यास
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1. ‘अं तम सा य’ - च कांता
इकाई 2 :समकाल न ह द कहा नय म ी लखन
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1. ‘बोलनवाल औरत’- ममता का लया
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2. ‘रहोगी तुम वह ’- सुधा अरोड़ा
3. ‘फाइल’- मधु कांक रया
लोक 3 : समकाल न ह द क वता म ी लखन
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1. ‘ या हँ म तु हार लए’- म ला पुतुल
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2. ‘घर क बार म ’- नीलश रघुवशी
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3. ‘एक औरत का पहला राजक य वास’ - अना मका
4. ‘इस ी स डरो’- का यायनी
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5. ‘नमन क ँ छोट ब टय को’ – स वता संह
लोक 4 : पा रि थ तक वमश - सामा य प रचय
इकाई 1 : पा रि थ तक - अथ , प रभाषा, व प एव मह व
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