Page 105 - SREENARAYANAGURU OPEN UNIVERSITY
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इकाई 2 : मुख पा रि थ तक सम याए और उसस उ प न ाक ृ तक वक ृ तया ।
इकाई 3 : बगड़ता पा रि थ तक संतुलन एव पा रि थ तक संर ण नयम
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इकाई 4 : जन जाग गता क आव य ता ।
लोक 5 : समकाल न ह द ग य सा ह य म पा रि थ तक वमश
इकाई 1 : नब ध
1. आइए हम वृ दवता क आराधना कर - डॉ. कशोर लाल यास
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2. पयावरण और सं क ृ त का संकट- गो व द चातक
इकाई 2 : कहानी
1. ‘जंगल का दाह’- वय काश
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2. ‘ वनाश दूत’ – मृदुला गग
3. ‘एक पड़ क मौत’ – अलका सारावगी
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लोक 6 : समकाल न ह द क वता म पा रि थ तक वमश
1. ’पो लथीन’- ान प त
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2. ’मधा पाटकर’- एकांत ीवा तव
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3. अज - उदय काश
4. ‘पानी क ाथ ना’- कदारनाथ संह
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5. ‘गगा को यार’- अ ण कमल
नधा रत पु तक
● ‘अं तम सा य’ - च का ता
● ‘धार’- संजीव
● कहानी और क वता संकल
● ी वमश का लोकप : अना मका – वाणी काशन ।
● समकाल न हंद कहानी का ी प : सं वजय राय – लोकभारती काशन।
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